IAS की नौकरी छोड़ टीचर बनीं डॉ. तनु जैन, जानिए उनकी कहानी

एक इंटरव्यू में बताया कि सर्विस के दौरान उन्होंने यूपीएससी एग्जाम के कई मॉक इंटरव्यू लिए। कई जगहों पर पढ़ाया भी। पढ़ाते पढ़ाते उन्होंने अपनी टीचिंग वाली खूबी...

अब क्या कर रही हैं?

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के टिप्स और मॉक इंटरव्यू रील्स व शॉर्ट वीडियो के जरिए सोशल मीडिया पर बेहद पॉपुलर हो चुकीं डॉ. तनु जैन से अकसर बहुत से लोग यह सवाल पूछ लेते हैं कि उन्होंने सिविल सर्विसेस की नौकरी क्यों छोड़ी?

IAS की नौकरी क्यों छोड़ी?

इस बारे में डॉ. तनु जैन ने खुद एक इंटरव्यू में बताया कि सर्विस के दौरान उन्होंने यूपीएससी सिविल सर्विसेस एग्जाम के कई मॉक इंटरव्यू लिए। कई जगहों पर पढ़ाया भी। पढ़ाते पढ़ाते उन्होंने अपने भीतर की टीचिंग वाली खूबी को जाना। उन्होंने कहा, 'मेरी सिविल सर्विसेज की जॉब में कोई दिक्कत नहीं थी। सब बढ़िया चल रहा था। मैंने सरकार में साढ़े सात साल तक काम किया। लेकिन पढ़ाने के दौरान मुझे महसूस हुआ कि मेरे अंदर टीचर वाली खासियत है। मुझे अपने अंदर टीचिंग के प्रति जुनून दिखा।'

पढ़ाने का है जबरदस्त पैशन

उन्होंने कहा, 'मुझे यूपीएससी की तैयारी वाली चीजों में कुछ समस्या दिखी। मैंने भी यूपीएससी की तैयारी के दौरान काफी संघर्ष किया है। मैं भी कैंडिडेट रही हूं। तो मैं जानती हूं कि कहां चूक हो रही है। तो मैंने सोचा कि जिंदगी ने मुझे मौका दिया है कि मैं किसी को सही कर सकूं। मेरे पति पहले ही सिविल सर्विसेज में हैं, इसलिए मैं ये रिस्क ले सकती थी। तो बस यही सब सोचकर एक नई पहल करने का फैसला लिया।'

अब चलाती है अपना यूट्यूब चैनल

यूपीएससी अभ्यर्थियों को गाइड करने के लिए तनु जैन Tathastuics नाम का अपना यूट्यूब चैनल भी चलाती हैं।

 IAS पति का मिला सपोर्ट

डॉ. तनु जैन के पति वात्सल्य पंडित एक आईएएस ऑफिसर हैं। कुछ वीडियो में डॉ. तनु जैन और उनके पति यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को मोटिवेट करते नजर आए हैं।

दिल्ली की रहने वाली हैं तनु जैन

सर्विस के दिनों में डॉ. तनु जैन डीआरडीओ में असिस्टेंट डायरेक्टर रहीं। तनु जैन दिल्ली के सदर बाजार इलाके की रहने वाली हैं। उन्होंने कैम्ब्रिज स्कूल से पढ़ाई की थी। 12वीं के बाद उन्होंने बीडीएस किया। इसके बाद उन्होंने डेंटिस्ट बनने की बजाय यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने का फैसला किया। यूपीएससी परीक्षा की तैयारी और अपने तीसरे अटेंप्ट में साल 2014 में 648वीं रैंक हासिल की।