Mayor Election : कांग्रेस से उषा तिवारी का भाजपा की संजू देवी राजपूत से सीधा मुकाबला, जानिए चुनावी समीकरण

छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी ने रविवार की देर रात महापौर प्रत्याशियों की लिस्ट जारी करते हुए कोरबा नगर निगम की सामान्य महिला सीट के लिए उषा तिवारी पर अपना दांव खेला है।

पिछले 35 वर्षो से कांग्रेस में सक्रिय राजनीति कर रही उषा तिवारी ने साल 2014 के नगर निगम चुनाव में सामान्य वर्ग महिला के लिए सीट आरक्षित होने पर टिकट की दावेदारी की थी। 

लेकिन उस वक्त पार्टी ने उषा तिवारी को दरकिनार कर पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल की पत्नी रेणु अग्रवाल को प्रत्याशी बनाया था।

जिसके बाद उषा तिवारी ने पार्टी के इस फैसले पर विद्रोह कर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में ताल ठोक दी थी। अब कांग्रेस ने 10 साल बाद उषा तिवारी को अपना प्रत्याशी बनाकर चुनावी मैदान में उतारा है।

मौजूदा राजनीति पर नजर डाले तो कांग्रेस और बीजेपी ने भले ही अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है। लेकिन कोरबा नगर निगम की महापौर सीट पर प्रत्याशियों से ज्यादा मौजूदा मंत्री लखनलाल देवांगन और नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत  की साख दांव पर लगी हुई है।

ऐसे में उषा तिवारी के नाम का ऐलान होने के बाद जहां कांग्रेस एक बार फिर जहां एकजुटता के साथ चुनाव लड़कर लगातार तीसरी बार कांग्रेस का महापौर बनाने की समीकरण बैठायेगी ।

वहीं मंत्री लखनलाल देवांगन निगम की सत्ता से कांग्रेस को उखाड़ फेंकने में अपनी ताकत झोंकते नजर आयेंगे। बात जाति समीकरण की करे तो कोरबा नगरीय निकाय क्षेत्र में ब्राम्हण के साथ ही पूर्वांचल के काफी मतदाता है।

इस लिहाज से निगम की सत्ता की लड़ाई सीधे तौर पर पूर्वांचल बनाम ब्राम्हण के बीच होगी। लेकिन इस लड़ाई में छत्तीसगढ़िया वोटर के साथ ही स्थानीय मुद्दे चुनाव पर काफी असर डालेंगे।

ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस के बीच यह मुकाबला एक तरफा न होकर काफी रोचक और कड़ा होने वाला है। जिस पर पूरे प्रदेश की नजर रहेगी।