जशपुर का मधेश्वर पहाड़ "लार्जेस्ट नेचुरल शिवलिंग" के रूप में गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है। इस उपलब्धि ने जशपुर को देश-दुनिया में पहचान दिलाई है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री निवास में ली गई एक ग्रुप फोटो में मधेश्वर पहाड़ को बैकड्रॉप में प्रदर्शित किया। इस छवि ने जशपुर की प्राकृतिक सुंदरता को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में ला दिया।
मयाली नेचर कैंप, जो खूबसूरत डैम, बोटिंग सुविधाओं और हरियाली से भरपूर है, पर्यटकों के लिए एक प्रमुख स्थल बन गया है। यहां के रिसॉर्ट और योजनाबद्ध कैक्टस पार्क ने इसकी लोकप्रियता बढ़ा दी है।
मयाली को स्वदेश दर्शन योजना के तहत शामिल किया गया है। पर्यटन विभाग ने इसके विकास के लिए 10 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है।