यूपी। कानपुर से बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां पुलिस ने एक फर्जी आयकर अधिकारी को गिरफ्तार किया है, जो पिछले आठ महीने से नकली आईडी कार्ड दिखाकर खुद को इनकम टैक्स ऑफिसर बता रहा था. पूछताछ में पता चला कि वह खुद को ऑफिसर बताकर लोगों पर रौब झाड़ रहा था. परिवार वालों को भी उसने झूठ कहा था. वो तो यही मानकर चल रहे थे कि उनका बेटा सरकारी अफसर बन गया है. इस खुशी में घर वालों ने 250 लोगों को दावत तक दे डाली थी.
8 महीने बाद जब पुलिस उसके घर पहुंची तो नकली सरकारी अफसर की सच्चाई जानकर परिवार वालों के होश उड़ गए. पकड़े गए इस नटवरलाल ने अपने मां-बाप के साथ-साथ मोहल्ले के सभी लोगों को झूठ बोला था. कहा था कि उसकी आयकर विभाग में नौकरी लग गई है और वो ऑफिसर बन गया है. लोगों को भी उसकी बातों में बिल्कुल भी शक नहीं हुआ. वे उसके झांसे में आ गए और उसका सम्मान करने लगे. लेकिन 3 अप्रैल को इस नटवरलाल की पोल खुल गई.
दरअसल, आचार संहिता लागू होने के बाद कानपुर पुलिस ने शहर में चेकिंग अभियान चलाया हुआ है. 3 अप्रैल की शाम को एसीपी कल्याणपुर, फोर्स के साथ रावतपुर इलाके में चेकिंग कर रहे थे. इतने में एक काले रंग की कार आई जिसमें बड़ी सी नेम प्लेट लगी थी. उसमें भारत सरकार और आयकर अधिकारी लिखा हुआ था. चेकिंग के लिए पुलिस ने कार को रोका, तो युवक ने अपना नाम रितेश शर्मा बताया. उन पर भी रौब झाड़ते हुए कहा कि वह इनकम टैक्स ऑफिसर है. एक पुलिस वाले ने उससे आईडी कार्ड मांगकर उससे उसकी पोस्ट पूछा. लेकिन रितेश इसका कोई जवाब नहीं दे पाया. शक होने पर पुलिस वालों ने उससे कड़ाई से पूछताछ की और थाने ले गई. वहां नकली अधिकारी का पूरा भेद खुल गया.
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‘पापा से खरीदवाई कार’
पूछताछ में सामने आया कि रितेश ने अपने माता-पिता को भी झूठ कहा था. परिवार वालों ने उसके अधिकारी बनने की खुशी में पूजा पाठ करवाकर ग्रैंड पार्टी भी रखी. जिसमें 250 लोगों को दावत दी गई. यही नहीं, रितेश ने पापा से बोलकर उनसे कार भी खरीदवाई. ये कहकर कि अब वो अधिकारी बन गया है. ऐसे में अगर वो बाइक से ऑफिस जाएगा तो अच्छा नहीं लगेगा. पापा ने भी उसकी बात मान ली और बेटे को काले रंग की कार खरीदकर दे दी. फिर इसी गाड़ी में वो भारत सरकार का नकली स्टीकर लगाकर घूमने लगा.
बैंक अकाउंट खंगाल रही पुलिस
जानकारी के मुताबिक, रितेश एसएससी परीक्षा की तैयारी कर रहा था. लेकिन तैयारी के बाद भी उसका सेलेक्शन नहीं हुआ तो उसने सोचा कि क्यों न मैं नकली अधिकारी बनकर सभी को बेवकूफ बनाऊं. फिलहाल, पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. आरोपी के पास से फर्जी नंबर प्लेट और फर्जी आईडी कार्ड को जब्त कर लिया है. साथ ही पिछले आठ महीने के बैंक अकाउंट को भी खंगाल रही है कि कहीं उसने किसी से कोई ठगी तो नहीं की है.