न्यूज डेस्क। यूपी के मथुरा में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक शार्पशूटर द्वारा एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या पर टिप्पणी करने के वीडियो का संज्ञान लेते हुए ड्यूटी में लापरवाही के लिए तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में शॉर्पशूटर योगेश (26) ने कहा कि सिद्दीकी एक अच्छे इंसान नहीं थे.
यूपी के मथुरा में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक शार्प शूटर द्वारा पुलिस हिरासत में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या पर टिप्पणी करने के वीडियो का संज्ञान लेते हुए ड्यूटी में लापरवाही के लिए तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में शार्प शूटर योगेश (26) उर्फ राजू ने कहा कि सिद्दीकी एक अच्छे इंसान नहीं थे, उनके भारत के सबसे मोस्ट वांटेड क्रिमिनल दाऊद इब्राहिम से संबंध थे.
मथुरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडे ने शुक्रवार रात एक सब-इंस्पेक्टर समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित करने का आदेश दिया. योगेश लॉरेंस बिश्नोई-हाशिम बाबा गिरोह से जुड़ा हुआ है. उसे पिछले महीने दिल्ली के ग्रेटर कैलाश इलाके में जिम मालिक नादिर शाह की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है. योगेश का 12 अक्टूबर को महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या से कोई संबंध नहीं है.
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और मथुरा पुलिस की संयुक्त टीम के साथ मुठभेड़ में घायल होने के बाद योगेश को गुरुवार सुबह गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने उसके कब्जे से .32 बोर की पिस्तौल, गोला-बारूद और एक मोटरसाइकिल जब्त की थी. उसके पैर में गोली लगने के बाद उसको जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए सिद्दीकी के बारे में अपना बयान दिया था.
जिला अस्पताल से जिला जेल में स्थानांतरित किए जाने के दौरान राजू ने अपना बयान दिया था. एसपी (सिटी) अरविंद कुमार ने कहा कि योगेश के मीडिया में दिए गए बयानों के बाद पुलिस ने कार्रवाई की है. एसएसपी शैलेश कुमार पांडे ने बताया कि योगेश की सुरक्षा में लापरवाही बरतने के आरोप में सब-इंस्पेक्टर रामसनेही, हेड कांस्टेबल विपिन कुमार और कांस्टेबल संजय कुमार को निलंबित कर दिया गया है.
उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है. पुलिस उपाधीक्षक को जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है. योगेश ने गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा था, “बाबा सिद्दीकी की हत्या इसलिए की गई क्योंकि वह अच्छे इंसान नहीं थे. उनके खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत आरोप लगाए गए थे. उनके अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से संबंध थे.”