
न्यूज डेस्क।उत्तराखंड के कोटद्वार में बीते 5 जून को दुगड्डा मार्ग पर सड़क किनारे एक अज्ञात शव मिला था, जिसकी पहचान दिल्ली के वसंत कुंज निवासी रविंद्र कुमार के रूप में हुई. पौड़ी पुलिस ने 15 दिनों की तफ्तीश के बाद इस रहस्यमयी हत्याकांड का खुलासा कर दिया है. इस हत्याकांड की मास्टरमाइंड मृतक रविंद्र की पत्नी और उसका प्रेमी है. फिलहाल, दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
आपको बता दें कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान 34 वर्षीय रीना सिंधु के रूप में हुई है. रीना मृतक रविंद्र कुमार की पत्नी है. वर्तमान में दोनों मुरादाबाद के रामगंगा बिहार, थाना सिविल लाइंस क्षेत्र में रह रहे थे. वहीं, दूसरा आरोपी 33 वर्षीय परितोष कुमार है, जो बिजनौर जिले के थाना नगीना के सराय पुरैनी गांव का रहने वाला है. परितोष रीना का प्रेमी बताया जा रहा है.
बिजनौर में कत्ल, कोटद्वार में लगाया ठिकाने
पुलिस जांच में सामने आया कि रविंद्र की हत्या की साजिश रीना और उसके प्रेमी परितोष ने मिलकर रची थी. दोनों ने पहले रविंद्र को शराब पिलाई, फिर फावड़े से उसकी हत्या की और शव को कार में डालकर बिजनौर से कोटद्वार लाए. यहां दुगड्डा के पास सड़क किनारे शव को खाई में फेंक दिया. आखिर में गाड़ी को नोएडा में छोड़कर फरार हो गए.
हत्या की जड़ में लालच और अवैध रिश्ते!
पूछताछ में रीना ने बताया- मुरादाबाद में पति रविंद्र का एक बड़ा मकान था, जिसे वह बेचना चाहता था लेकिन मैं इसके खिलाफ थी. इसी दौरान मेरी मुलाकात फिजियोथेरेपी के बहाने पेशेंट बनकर आने वाले परितोष कुमार से हुई. देखते ही देखते हमारे बीच प्रेम संबंध बन गए. फिर हम दोनों ने रविंद्र को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली.
पुलिस की गिरफ्त में रीना और परितोष
31 मई को रीना ने रविंद्र को बिजनौर के नगीना स्थित प्रेमी परितोष के घर बुलाया. वहां शराब पिलाने के बाद परितोष ने फावड़े से रविंद्र के गले और छाती पर कई वार कर उसकी हत्या कर दी. फिर शव को SUV-500 गाड़ी में डालकर कोटद्वार ले जाकर दुगड्डा के जंगल में सड़क से नीचे फेंक दिया. इसके बाद वे नोएडा पहुंचकर हत्या में इस्तेमाल गाड़ी छोड़कर फरार हो गए.
डोईवाला में पहली बार मिले थे रविंद्र-रीना
रविंद्र की उम्र 56 वर्ष उम्र थी, वहीं रीना सिंधु की उम्र 36 के करीब है. रविंद्र पहले उत्तराखंड के डोईवाला में किराए पर रहता था. वहीं, पर रविंद्र की मुलाकात रीना से हुई. इसके बाद 2011 में रविंद्र ने रीना से शादी कर ली. रीना और रविंद्र के दो बच्चे भी हैं. इसी बीच रविंद्र ने दिल्ली के रजोकरी में पुश्तैनी जमीन बेचकर मुरादाबाद में एक तीन मंजिला घर खरीद लिया, जिसकी कीमत 3 करोड़ के आसपास थी. इसी घर में रीना एक फिजियोथेरेपी सेंटर चलाती थी, जहां पहली बार सेंटर पर आए परितोष से उसकी मुलाकात हुई.
भाई की चिट्ठी ने खोला राज
मृतक रविंद्र के भाई राजेश कुमार ने 17 जून को कोटद्वार कोतवाली में शिकायती पत्र दिया, जिसमें उन्होंने बताया कि रविंद्र वर्ष 2007 में अपनी पहली पत्नी से अनबन के बाद हरिद्वार आकर रहने लगे थे. वहां उनकी रीना से मुलाकात हुई और दोनों ने दूसरी शादी कर ली. इसके बाद रविंद्र ने दिल्ली की पुश्तैनी जमीन बेचकर मुरादाबाद में मकान लिया और वहीं बस गया.
राजेश ने बताया कि रविंद्र कभी-कभी दिल्ली या बोहड़ा कलां, हरियाणा आया करते थे और परिवार से संपर्क करते थे. उनके द्वारा परिजनों को बताया गया था कि मुरादाबाद वाले मकान से उन्हें एक लाख रुपये महीने का किराया आता है और वे बिजनेस में काफी व्यस्त हैं. परिवार को लगा कि वह खुश हैं, लेकिन 5 जून को कोटद्वार से पुलिस का फोन आया कि रविंद्र का शव जंगल में मिला है. जिसके बाद परिवार में कोहराम मच गया.