राजनीति

Secret Celebration : जंगल में भाजपा और टीएमसी नेताओं की ‘शराब पार्टी’…! वायरल वीडियो ने मचाया राजनीतिक भूचाल…यहां देखें Video

जनता का आक्रोश और विरोध प्रदर्शन

जलपाईगुड़ी, 12 जुलाई। Secret Celebration : जिले के अपलचंद जंगल के पास गुरुवार देर रात हुई एक चौंकाने वाली घटना ने बंगाल की राजनीति में हलचल मचा दी है। भाजपा महिला मोर्चा की ज़िला अध्यक्ष दीपा बनिक अधिकारी और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता पंचानन रॉय को एक सुनसान इलाके में एक ही कार में बैठकर शराब पीते देखा गया। इस घटनाक्रम का वीडियो वायरल होते ही मामला राजनीतिक और सामाजिक दोनों मोर्चों पर तूल पकड़ने लगा है।

क्या है पूरा मामला?

ग्रामीणों ने देर रात जंगल के पास एक संदिग्ध कार देखी। जब उन्होंने पास जाकर देखा तो पाया कि कार में भाजपा और टीएमसी नेताओं के साथ एक ड्राइवर मौजूद था और तीनों लोग शराब का सेवन कर रहे थे। ग्रामीणों ने तुरंत घटना का वीडियो बना लिया, जिसमें दीपा अधिकारी को पिछली सीट पर बैठा देखा जा सकता है। जैसे ही उन्हें टोका गया, उन्होंने शराब से भरा गिलास चुपचाप आगे की सीट पर सरका दिया।

जनता का आक्रोश और विरोध प्रदर्शन

घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई। लोगों ने नेताओं को कार से बाहर आने को मजबूर किया और नारेबाज़ी करते हुए इस घटना को “जनता के विश्वास से धोखा” बताया। लोगों का कहना है कि यह राजनीतिक नैतिकता का पतन है और इससे दोनों ही पार्टियों की साख पर सवाल खड़े होते हैं।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

  • भाजपा का पक्ष: अभी तक दीपा बनिक अधिकारी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। पार्टी सूत्रों ने इसे एक “राजनीतिक साज़िश” बताया है, जिसे भाजपा की छवि धूमिल करने के लिए रचा गया है।
  • टीएमसी की प्रतिक्रिया: पंचानन रॉय ने भी इस पर चुप्पी साध रखी है। कुछ स्थानीय टीएमसी कार्यकर्ताओं ने इसे “ग़लतफहमी” बताया है।
  • विपक्ष का हमला: लेफ्ट और अन्य विपक्षी दलों ने तीखा हमला बोलते हुए कहा – “जब सत्ता और विपक्ष एक ही गाड़ी में बैठकर शराब पीते हैं, तब जनता का नेतृत्व कौन करेगा?”

प्रशासन की भूमिका और जांच की मांग

स्थानीय प्रशासन और पुलिस को मामले की जानकारी दे दी गई है, लेकिन अभी तक कोई औपचारिक शिकायत या गिरफ्तारी नहीं हुई है। वायरल वीडियो के आधार पर जांच की मांग जोर पकड़ रही है। कई सामाजिक संगठनों और नागरिकों ने इस घटना को राजनीतिक जवाबदेही और नैतिकता से जोड़ते हुए कार्रवाई की मांग की है।

सियासी समीकरणों पर असर

यह घटना एक ऐसे समय में सामने आई है जब पश्चिम बंगाल में पंचायत और स्थानीय चुनावों की चर्चा जोरों पर है। भाजपा और टीएमसी के नेताओं का इस तरह साथ दिखाई देना दोनों पार्टियों के लिए छवि का संकट बन सकता है। साथ ही, इस प्रकरण ने एक बार फिर यह सवाल उठाया है कि क्या आज की राजनीति में सार्वजनिक आचरण और नैतिक ज़िम्मेदारी का कोई मूल्य बचा है?

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