कोरबा। शहरवासियों की सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से पुलिस ने मुसाफिरी दर्ज कराने के नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने अभियान शुरू किया है। इसके तहत लॉज और होटलों में ठहरने वालों की जानकारी दर्ज की जा रही है। फेरी वाले, किराएदारों के कागजातों के आधार पर उनके रिकार्ड भी सूचीबद्ध किए गए हैं। साथ ही मकान मालिक और होटल संचालकों को भी निर्देशों का अक्षरशः पालन करने की हिदायत के साथ चेतावनी भी दी गई है कि अगर नाफरमानी हुई तो कार्रवाई लिए भी तैयार रहें।
पुलिस अधीक्षक कोरबा सिद्धार्थ तिवारी के निर्देश, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यूबीएस चौहान और एएसपी नेहा वर्मा के मार्गदर्शन में जिले के सभी राजपत्रित अधिकारी, थाना-चौकी क्षेत्र अंतर्गत अभियान में जुट गए हैं। पुलिस की अलग अलग टीमों द्वारा होटल, लॉज, फेरी करने वाले, किराएदारों और संदिग्ध व्यक्तियों का जांच अभियान चलाया गया।
पुलिस द्वारा होटल, लॉज संचालकों को स्पष्ट हिदायत दी गई है कि बाहर से आकर यहां ठहरने वाले व्यक्तियों की सूची बनाकर थाने में विधिवत तरीके से दिया जाए। अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति होटल लॉज में रुका हो तो उसकी जानकारी भी तुरंत नजदीकी थाने में दिया जाए।
पुलिस टीम के द्वारा संदिग्धों और मुसाफिरों की जांच को लेकर क्षेत्र में घूम-घूम कर सामानों की फेरी करने वाले, सडक किनारे जडी बूटी, कपड़े, खिलौने बेचने वाले तथा गैस चूल्हा आदि रिपेयर करने वालों को पुलिस थाना में तलब कर उनके वास्तविक पते, वर्तमान गतिविधियों व मुसाफिरी दर्ज कराने की जानकारी लिया गया। कुछ फेरीवालों ने थाने में मुसाफिरी दर्ज नहीं कराया था, उनकी मुसाफिरी दर्ज कराई गई। कोरबा पुलिस द्वारा मुसाफिर चेक करते हुए 1990 लोगों को चेक किया गया, 597 किराएदारों की तस्दीक़ की गई। संदिग्ध अजनबी (एस एस रोल) के तहत 2026 लोगों को चेक किया गया एवं कदाचारी (बी सी रोल) के तहत 39 लोगों को चेक किया गया है। 2026 व्यक्तियों में से 164 उत्तर प्रदेश, 216 बिहार झारखंड, 94 महाराष्ट्र, 89 राजस्थान, 85 हरियाणा, 142 ओडिशा जैसे राज्यों एवं 1236 अन्य दीगर जिलों को जारी किया गया है। उनके राज्य के नजदीकी थाने में संपर्क करके उनके बारे में जानकारी लिया गया। थाना प्रभारियों द्वारा फेरीवालों को आपराधिक गतिविधियों से दूर रहकर विधिवत जीवन व्यतीत करने की समझाइश दी गई है। अनुचित कार्यों में संलिप्त पाए जाने पर कड़ी कार्यवाही की चेतावनी देकर छोड़ा गया है। बाहरी व्यक्तियों को किराए पर रखने वाले मकान मालिकों एवं किराएदारों का सत्यापन किया गया। किराएदारों की सूची भी तैयार की गई। सत्यापन कार्य में लगे पुलिस टीम ने किराएदारों की आईडी लेकर जांच की और उनके काम काज की जानकारी भी दर्ज की गई है। उन्हें अवैधानिक गतिविधियों से दूर रहने की समझाइश दी गई। पुलिस की टीम के द्वारा मकान मालिक की व्यक्तिगत जवाबदारी है कि वह थाने में किराएदार की सूचना दें। मकान मालिकों को हिदायत दिया गया कि मकान किराये पर देने से पूर्व अनिवार्य रूप से किराएदार का पुलिस वेरिफिकेशन कराएं। अगर कोई मकान मालिक नियमों का पालन नहीं करता है, तो उसके खिलाफ कार्यवाही हो सकती है। कोरबा पुलिस ने अपील की है कि सभी अपने किराएदार और नौकरों का संबंधित थाने में जाकर अनिवार्य रूप से वेरिफिकेशन कराएं। थाने में पुलिस टीम के द्वारा पार्षदों एवं ठेकेदारों की मीटिंग ली गई। पार्षदों को बताया गया कि उनके क्षेत्र में मकान मालिक के घर पर किराएदार रखने पर उसका सत्यापन आवश्यक रूप से कराएं। संदिग्ध लोग दिखें, तो उसके बारे में पुलिस टीम को सूचित करें। बैठक में ठेकेदारों को बताया गया कि मजदूरों को काम पर रखने से पहले उनकी सूचना पुलिस को दें।