बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव में टॉयलेट पॉलिटिक्स शुरू हो गया है। मामला बिलासपुर का है। जहां सरकारी सर्किट हाउस छत्तीसगढ़ भवन महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय और प्रदेश अध्यक्ष को टॉयलेट का इस्तेमाल करने से रोका गया है। जिसका वीडियो महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अल्का लांबा ने सोशल मीडिया में पोस्ट किया है। लांबा ने प्रदेश सरकार को महिला विरोधी करार देते हुए वीडियो भी पोस्ट में सवाल किया है कि चुनावी राजनीति के चक्कर में कितना नीचे गिरेगी भाजपा।
दरअसल महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अल्का लांबा छत्तीसगढ़ के चुनावी दौरे पर कल बिलासपुर संसदीय क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए आई थीं। उनके साथ महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष फूलेदेवी नेताम भी थीं। दोनों महिला नेत्रियां एक साथ रायपुर से सीधे बिलासपुर पहुंचीं।
बिलासपुर पहुंचने की जल्दी में रायपुर से बिलासपुर के बीच उनकी गाड़ी कहीं नहीं रुकी। ऐसे में बिलासपुर पहुंचते ही वे फ्रेस होने के लिए छत्तीसगढ़ भवन सर्किट हाउस पहुंची, जहां उन्होंने केयर टेकर से शौचालय के इस्तेमाल की अनुमति मांगी, लेकिन केयर टेकर ने आचार संहिता का हवाला दे कमरा उपलब्ध कराने से मनाकर दिया। वे दस मिनट तक छत्तीसगढ़ भवन के परिसर में कार में बैठी रहीं।
उनके साथ चल रहे एक कांग्रेस नेता कलेक्टर अवनीश शरण से मोबाइल पर बात की तो कलेक्टर ने छत्तीसगढ़ भवन में कक्ष इस्तेमाल करने की अनुमति दे दी लेकिन अल्का लांबा नाराज हो गईं। इसके बाद लांबा ने केयर टेकर के साथ अपनी बातचीत का एक वीडियो सोशल मीडिया में पोस्ट किया। जो चर्चा में है।