नई दिल्ली: दुनिया में क्रिप्टो किंग के नाम से मशहूर क्रिप्टो एक्सचेंज एफटीएक्स के फाउंडर सैम बैंकमैन-फ्रायड (Crypto King Sam Bankman Fried) कभी अरबों की संपत्ति के मालिक हुआ करते थे। सैम बैंकमैन-फ्रायड की कभी तूती बोला करती थी। सैम की नेटवर्थ 26 बिलियन डॉलर आंकी गई है। अब सैम को 25 साल जेल की सलाखों के पीछे काटने होंगे। वित्तीय धोखाधड़ी के दो साल पुराने मामले में अमेरिकी कोर्ट ने उन्हें 25 साल की सजा सुनाई है। सैम को अरबों डॉलर की धोखाधड़ी का दोषी पाया गया है। सैम बैंकमैन-फ्रायड की सजा की खबर से लोगों को बड़ा झटका लगा है। दो साल पुराने मामले में निवेशकों के अरबों रुपये डूब गए। सैम को एफटीएक्स की बर्बादी का दोषी पाया गया। इसे अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी वित्तीय धोखाधड़ी में से एक माना जा रहा है। FTX कंपनी के फाउंडर सैम बैंकमैन-फ्रायड को ‘क्रिप्टो-अरबपति’ और ‘क्रिप्टो की दुनिया का सबसे दिग्गज निवेशक माना जाता था।
कौन है सैम बैंकमैन
सैम बैंकमैन ने अमेरिका के सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक- मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से पढ़ाई की है। सैम की शुरू से ही डिजिटल वर्ल्ड में दिलचस्पी थी। सैम ने साल 2013 में इंटरनेशनल ETF बिजनेस करने वाली एक कंपनी में काम किया। लेकिन, उनकी तकदीर बदली साल 2017 में, जब उन्होंने क्वांटिटेटिव ट्रेडिंग फर्म अल्मेडा रिसर्च (Alameda Research) की नींव रखी। इसमें अमेरिकी अरबपति कंप्यूटर प्रोग्राम जॉन टालिन ने भी पैसे लगाए। फिर जब अमेरिका के मुकाबले जापान में क्रिप्टो का दाम बढ़ गया, तो सैम ने मुनाफा कमाने की नई तरकीब निकाली। वह अमेरिका से क्रिप्टो खरीदकर जापान में बेचने लगे।
साल 2019 में रखी नींव
अमेरिका के युवा उद्यमी और एक वक्त क्रिप्टो किंग कहे जाने वाले सैम बैंकमैन-फ्राइड ने साल 2019 में क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेफॉर्म FTX की नींव रखी। यह जल्द ही दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म बन गया। लेकिन दो साल के भीतर ही कंपनी का दिवाला भी निकल गया। वह जितनी तेजी से कामयाबी की बुलंदियों पर पहुंचा, उससे कहीं अधिक तेजी से नीच आया। सैम को अपनी सारी दौलत तो गंवानी पड़ी है। दो साल के भीतर ही सैम अमेरिकी इतिहास के सबसे बड़े जालसाजों की लिस्ट में शुमार हो गया।